वृश्चिक राशि के लिए वर्ष के पहले पाँच महीने धन–व्यवहार में सावधानी माँगते हैं, पर अगले सात महीने तेज़ वृद्धि देते हैं। शुरुआत में गुरु अष्टम भाव में होने से फ़िज़ूलखर्ची, गलत निवेश या गलत लोगों पर भरोसे का खतरा रहता है।
जून से गुरु नवम भाव में उच्च होकर आपकी राशि को शक्ति देता है। यह विदेशी व्यापार, दूर यात्रा, आयात–निर्यात और बड़े ऑर्डर के लिए बेजोड़ योग है। वीज़ा, विदेश नौकरी या री-लोकेशन जून के बाद गति पकड़ेंगे। अटके हुए आवेदन भी आगे बढ़ेंगे।
परिवार में माता या दादी के स्वास्थ्य को लेकर राहत मिलेगी। लंबे समय से चल रहे ईएमआई, गृह या वाहन ऋण का दबाव कम होगा। जिनकी शादी में रुकावट थी, उन्हें जून के बाद अच्छा दौर दिखेगा, और करियर या संतान से जुड़ी बातें भी उम्र के अनुरूप आगे बढ़ेंगी। कानूनी मामलों के सुलझने की संभावना है।
समग्र रूप से, शुरुआती महीनों में संयम रखें और बाद में मिलने वाले अवसरों को पूरी ताकत से पकड़ें।